Jul 19, 2017

दिल चुरा लूँ चुरा लूँ-फरार १९५५

श्वेत श्याम युग में कई फिल्मों के दो नाम हुआ करते थे.
हिंदी वाला और अंग्रेजी वाला, जिसके जो समझ आ जाए.
सन १९५५ की फिल्म फरार का एक और नाम है जो उस
समय के पोस्टरों पर भी होता था-देव आनंद इन गोवा.

इस फिल्म से प्रेम धवन का लिखा और गीता दत्त का गाया
एक गीत सुनते हैं. तर्ज़ अनिल बिश्वास की है. ये एक क्लब
सोंग है जो गीता बाली पर फिल्माया गया है.



गीत के बोल:

दिल चुरा लूँ चुरा लूँ दिल में छुपी बात
बड़े-बड़े दिल वाले भी रह जाएँ मलते हाथ
दिल चुरा लूँ चुरा लूँ दिल में छुपी बात
बड़े-बड़े दिल वाले भी रह जाएँ मलते हाथ
दिल चुरा लूँ

सुबह की अँगड़ाई हूँ मैं रात का हूँ मैं ख़्वाब
सुबह की अँगड़ाई हूँ मैं रात का हूँ मैं ख़्वाब
दुनिया की महफ़िल में हूँ मैं अपना आप जवाब
दुनिया की महफ़िल में हूँ मैं अपना आप जवाब
मुख देखे तो देखे तो चन्दा खाए मात
बड़े-बड़े दिल वाले भी रह जाएँ मलते हाथ
दिल चुरा लूँ चुरा लूँ दिल चुरा लूँ

मुस्कुरा के जिधर देखूँ खिलने लगे फूल
मुस्कुरा के जिधर देखूँ खिलने लगे फूल
आने जाने वाले राही रस्ता जाएँ भूल
आने जाने वाले राही रस्ता जाएँ भूल
मैं चाहूँ तो चाहूँ तो दिन को करूँ रात
बड़े-बड़े दिल वाले भी रह जाएँ मलते हाथ
दिल चुरा लूँ चुरा लूँ दिल चुरा लूँ

भोले-भाले सूरत वाले मतवाले दिलदार
भोले-भाले सूरत वाले मतवाले दिलदार
बच के रहना फिर न कहना किया न ख़बरदार
बच के रहना फिर न कहना किया न ख़बरदार
बड़ी है ज़ालिम है ज़ालिम इन नैनों की घात
बड़े-बड़े दिल वाले भी रह जाएँ मलते हाथ

दिल चुरा लूँ चुरा लूँ दिल में छुपी बात
बड़े-बड़े दिल वाले भी रह जाएँ मलते हाथ
दिल चुरा लूँ
……………………………………………
Dil chura loon-Faraar 1955

Artist: Geeta Bali

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